Subsidy For Solar Panels: सोलर रूफटॉप योजना भारत सरकार ने साल के सुरुवात में शुरू की है। यह योजना के अंतर्गत सभी घरों और इमारतों की छतों पर सोलर पैनल लगाने के लिए सब्सिडी प्रदान करती है।
जैसे आप लोग जानते ही है की रोज की बढ़ती महंगाई के साथ बिजली की कीमतें भी काफी बढ़ रही है। सौर ऊर्जा बिजली के बिल को कम कर सकती है और कई लोगों की मदद कर सकती है।
यह योजना के अंतर्गत छतों पर सौर पैनल लगाने की लागत कम करने के लिए भारत सरकार सब्सिडी प्रदान करती है। नागरिक यह योजना के इस्तेमाल करके अपनी छतों पर सोलर पैनल लगा सकते हैं। उन्हें 3 किलोवाट क्षमता तक के सोलर पैनल पर 40% तक की सब्सिडी मिल सकती है।
यह योजना घरों, कार्यालयों, कारखानों, अस्पतालों, स्कूलों आदि पर लागू होती है। 3 से 10 किलोवाट तक के बड़े सोलर सिस्टम के लिए 20% तक की सब्सिडी उपलब्ध है।
डीजल जनरेटर और ग्रिड बिजली की तुलना में सौर ऊर्जा की लागत केवल 6.50 रुपये प्रति किलोवाट-घंटा है। यह इसे बहुत किफायती बनाता है. सब्सिडी के लिए आवेदन करना आसान है।
सबसे पहले रूफटॉप सोलर पैनल(rooftop solar panel) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। “सोलर रूफटॉप के लिए आवेदन करें” पर क्लिक करें। अपना राज्य और सोलर कंपनी चुनें।
अपने बिजली बिल से अपना उपभोक्ता खाता नंबर दर्ज करें। SANDES ऐप डाउनलोड करें और SANDES पोर्टल पर जा कर लॉगइन करें। उसके बाद अपना मोबाइल नंबर और ओटीपी दर्ज करें।
पंजीकरण पूरा करें और आईडी और पासवर्ड के साथ वेबसाइट पर फिर से लॉगिन करें। सभी विवरणों के साथ आवेदन पत्र भरें और सबमिट करें।
आवेदन करने के लिए आपको के पास आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी, मोबाइल नंबर, इंस्टॉल लोकेशन, बैंक पासबुक आदि दस्तावेजों की आवश्यकता होगी। एक बार सोलर सिस्टम स्थापित होने और मंजुरी मिलने के बाद, सब्सिडी आपके बैंक खाते में जमा कर दी जाएगी।
यह योजना से आप को सोलर रूफटॉप लगवाने के बिजली बिल में 40-50% तक की गिरावट सकती है। सोलर रूफटॉप योजना 2024 नागरिकों के लिए सौर ऊर्जा पर स्विच करना किफायती और फायदेमंद बनाती है।
सुचना: आज कल इन सभी योजनाओं को लेकर कई फोर्ड किये जा रहे है। जिससे किसान भाइयों का बड़ा नुकसान हो रहा है, इसलिए यदि आपको कोई कॉल करके योजना का लाभ लेने को कहे या फिर किसी तरह की पैसे की मांग करे तो उन्हें मना कर दे। किसी भी योजना का लाभ लेने के लिए ऑफिसियल वेबसाइट सेही आवेदन करे।
इसेभी पढ़िए – Loan Default के बाद कितना खराब रहता है CIBIL Score