CIBIL Score : Loan Default का मतलब है की जो लोग ईएमआई या क्रेडिट कार्ड बिल सही समय पर भुगतान नहीं करते है। और इसके कारण उनका क्रेडिट स्कोर कम है।
जिन्होंने पहले ईएमआई या क्रेडिट कार्ड बिलों का भुगतान समय पर नहीं किया है और जिसकी वजह से उनका क्रेडिट स्कोर कम है।
जिन्होंने पहले ईएमआई या क्रेडिट कार्ड बिलों का भुगतान समय पर नहीं किया है और जिसकी वजह से उनका क्रेडिट स्कोर कम है।
डिफॉल्ट के कारण लोन नहीं चुकाने से आपका सिबिल स्कोर खराब हो जाता है। उसके बाद आप को फिर से किसी भी बैंक से लोन लेने में बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।
आप के मन में यह सवाल आते होंगे की सिबिल स्कोर (CIBIL Score) क्या हमेशा के लिए खराब हो गया। या कुछ सुधार करने की कुछ न कुछ गुंजाइश जरूर मिलती होगी जिससे कि आगे का रास्ता खुले, कुछ कर्ज (Loan) मिले।
कैसे सुधरता है सिबिल स्कोर (kaise sudarata hai Cibil score)
जैसे आप खरीदारी करते है और क्रेडिट कार्ड से छोटे बड़े बिलों के भुगतान करते है। वही चीज को देखते हुए क्रेडिट स्कोर में सकारात्मकता या पॉजिटिविटी आती है। आप को बिलों के पेमेंट में देरी न करें, समय पर बिल चुकाएं और पूरा चुकाएं।
इससे सिबिल स्कोर सुधरता है। कई बार लोग लोन लेने और उसे सही समय पर चुकाने के बाद बैंक से NOC नहीं लेते जिस वजह से सिबिल स्कोर निगेटिव में चला जाता है।
इसलिए आप को बैंक से एनओसी लेना चाहिए इसके बाद ही सिबिल पर आपका डेटा अपडेट होता है। यही बात क्रेडिट कार्ड के साथ भी लागू होती है।
क्या बार-बार चेक करने से गिरता सिबिल स्कोर? (kya baar -baar cheak karne se girta Cibil Score)
सिबिल स्कोर कई चीजों पर निर्भर करता है, जहां अगर आप वक्त पर लोन को चुका रहे होते हैं तो आपका सिबिल स्कोर अच्छा होता है।
वहीं अगर आप वक्त पर लोन नहीं चुका रहे होते हैं तो आपका सिबिल स्कोर नीचे जाने लगता है। दूसरी ओर अगर आप बार-बार सिबिल स्कोर चेक करते हैं तो भी आपका स्कोर कम होने लगता है।
सिबिल स्कोर (Credit Score) से ही यह तय होता है कि आप बैंक के नजर में एक वैल्यूएबल कंज्यूमर हैं या नहीं। क्योंकि क्रेडिट स्कोर के दम पर बैंक या कोई लोन देने वाली कंपनी आपको लोन प्रोवाइड करती है।
जैसे हम बैंक में लोन के लिए जाते हैं तो बैंक लोन देने से पहले हमारे सिबिल स्कोर चेक करते हैं, और जिसका सिबिल स्कोर अच्छा होता है उसे लोन मिल जाता है।
सिबिल स्कोर को 300 से 900 के बीच निर्धारित किया गया है। अगर आपका सिबिल स्कोर 700 या उससे अधिक है तो यह अच्छा माना जाता हैै।
कौन तय करता है आपका सिबिल स्कोर (kon tay karta hai aapka Cibil Score)
आपका सिबिल स्कोर तमाम क्रेडिट ब्यूरो, ट्रांसयूनियन सिबिल, सीआरआईएफ और एक्सपेरियन जैसी कंपनियां तय करती हैं। आपका सिबिल स्कोर 24 महीने की क्रेडिट हिस्ट्री को देखकर तैयार किया जाता है।
अच्छे सिबिल स्कोर होने के फायदे (ache cibil score hone ke fyade)
अगर आपका सिबिल स्कोर अच्छा होता है तो आपको आसानी से लोन मिल जाता है। इसके साथ ही आपकी इकॉनोमिक वैल्यू भी खराब नहीं होती है, क्योंकि आप अच्छे सिबिल स्कोर के जरिये कभी भी किसी समय एक अच्छा लोन प्राप्त कर सकते हैं।
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