3 New Varieties Of Wheat :
आज हम आपको आज के इस आर्टिकल में गेहू की ऐसी 3 New Varieties Of Wheat :के बारे में बताने वाले जिससे आपको बहुत ही फायदे मंद सभीत होने वाली है आइये जानते है वह कोनसी 3 नई वैरायटी है जाने पूरी जानकारी।
आपको पता ही होंगा की प्राकृतिक बदलाव के चलते फसलों पर कई बड़े प्रकार के प्रभाव देखने को मिल रहे है। जिन में बुआई के समय की विफलता और फसलों के बीमारियों का असर भी देखने को मिलते है।
किसानो के लिए इस समय गेहू की नई वैरायटी का विकास बहुत ही महत्वपूर्ण होता है नई वैरायटी उत्पादन को बढ़ाने में मदतगार साबित हो सकती है और नई वैरायटी फसलों को बीमारियों से भी बचती है।
3 New Varieties Of Wheat
आपको वह तीन वैरायटी के बारे में बताते है जैसे भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (ICAR) करनाल ने गेहू के लिए तीन नई किस्मों की विकास की है, जिनमें DW 370, DBW 371, और DBW 372 शामिल की है। नई वैरायटी से किसानों को बहुत बड़ा लाभ और ये नई वैरायटी फसलों के उत्पादन को बढ़ा सकती है।
गेहू की नई वैरायटी के विशेषताएँ
- Bumper उत्पादन देने वाली इन नई वैरायटियों की उत्पादन क्षमता पूर्वी किस्मों की तुलना से अधिक होती है।
- तापमान और फसलों को प्रभावित करने वाली बीमारियों का कोई असर नहीं फसलों का सुरक्षित उत्पादन किया जाता है।
- विशेष बीज उपलब्धता नई वैरायटियों के बीज किसान आसानी से ले सकता हैं, जिस से उन्हें अपनी फसल को बढ़ाने का अवसर मिलता है।
किसानों के लिए लाभकारी
इन नई गेहू वैरायटियों, DW 370, DBW 371, और DBW 372 के बारे में आपको महत्त्व पूर्ण जानकारी देने जा रहे है आइये जानते है।
करण वृंदा (DW 371): इस वैरायटी बात करे तो यह पश्चिमी भारत के क्षेत्रों के लिए विकसित की गई है और इसकी उत्पादन क्षमता 75 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उत्पादन देते आ रही है। यह फसल 150 दिनों में पक्कर तयार हो जाती है और यह उत्तरी और पश्चिमी भारत के क्षेत्रों में सफलतापूर्वक बुआई के लिए उपयोगी मानी जा चुकी है।
करण वैदेही (DW 370): इस वैरायटी की बात करे तो इस की उत्पादन क्षमता 86 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक होती है और यह भी 150 दिनों के लिए पकाव अवधि बढ़ती के साथ आती है।
करण करुणा (DBW 372): इस वैरायटी की उत्पादन क्षमता 85 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होती है और इस में पौधे तेज हवाओं के चलने पर गिरते नहीं हैं, जिससे यह बेहद प्रतिरोधक समता वाली वैरायटी है।
आपको पता ही कल गया होंगा की इन नई गेहू वैरायटियों का विकास किसानों के लिए एक बड़ा लाभ निर्माण कर सकता है और इस से भारतीय खाद्य सुरक्षा को भी मजबूती मिल सकती है और इन वैरायटियों के माध्यम से गेहूं के उत्पादन को बढ़ती आ रही है।
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