Chandra Grahan २०२३ :हिन्दू धर्म में पूर्णिमा का विशेष महत्त्व है,हिन्दू पंचांग के अनुसार शरद पूर्णिमा पर गजकेसरी योग भी रहेगा यह संयोग ३० साल बाद बन रहा है। हर साल आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को शरद पूर्णिमा मनाई जाती है।
जहा नवरात्री के पहले १४ ऑक्टूबर को साल का आखरी सूर्यग्रहण देखने मिला था वही दशहरे के बाद २८ ओक्टुबर चंद्रग्रहण भी देखने मिलेगा। इस साल शरद पूर्णिमा के दिन साल का चंद्रग्रहण लगनेवाला है जो इस साल का आखरी चंद्रग्रहण होगा तो आईये जानते है इससे जुडी पूरी जानकारी।
चंद्रग्रहण क्या होता है ?
चंद्र ग्रहण पूर्णिमा के दिन होता है।जो इस साल शरद पूर्णिमा पर लगनेवाला है। जब पृथ्वी चंद्रमा और सूर्य के ठीक बीच में स्थित होती है, तो पृथ्वी की छाया चंद्रमा की सतह पर पड़ती है, जिससे चंद्रमा की सतह धुंधली हो जाती है और कभी-कभी कुछ घंटों के दौरान चंद्रमा की सतह एकदम लाल हो जाती है। प्रत्येक चंद्र ग्रहण पृथ्वी के आधे भाग से दिखाई देता है।
जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है तब चंद्र ग्रहण लगता है| वैज्ञानिक नजरिए से ग्रहण एक खगोलीय घटना मात्र होता है, लेकिन धार्मिक दृष्टि से ग्रहण की घटना को शुभ नहीं माना जाता है, चंद्र ग्रहण को चंद्रमा के ग्रहण के रूप में जाना जाता है|
चंद्र ग्रहण देखना चाहिए या नहीं ?
ग्रहण दो प्रकार के होते हैं। एक सूर्य ग्रहण और दूसरा चंद्र ग्रहण। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सूर्य ग्रहण की घटना को खुली आंखों से नहीं देखना चाहिए, क्योंकि ये आपकी आंखों के लिए सही नहीं होता है। हालांकि चंद्र ग्रहण को देखा जा सकता है। लेकिन धार्मिक मान्यताओं की बात करें तो ग्रहण काल को शुभ नहीं माना जाता है। इस दौरान घर से बाहर निकलना और ग्रहण को देखना अच्छा नहीं माना जाता है, क्योंकि इस दौरान प्रकृति में विचित्र सी शक्ति उत्पन्न होती है, जो कि सभी प्राणियों पर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं।
भारत में सूतक काल मान्य होगा या नहीं?
अक्टूबर महीने में साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। । साल 2023 का पहला चंद्र ग्रहण 5 मई 2023 को लगा था, लेकिन भारत में यह ग्रहण दिखाई नहीं दिया था।
चंद्र ग्रहण का सूतक 9 घंटे पहले ही लग जाता है और ग्रहण की समाप्ति के बाद ही सूतक काल समाप्त होता है। साल का आखरी चंद्र ग्रहण २८ ओक्टुबर को है जो भारत में भी दिखाई देगा, इसलिए इसका सूतक काल भी मान्य होगा।
चंद्रग्रहण कब और कितने बजे दिखेगा ?
28-29 अक्टूबर को को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण होगा। ग्रहण 28 अक्टूबर को भारतीय समयानुसार रात 11:31 बजे शुरू होगा। 29 अक्टूबर की सुबह यह 01:45 बजे अपने चरम पर होगा। देर रात करीब 3:36 बजे चंद्र ग्रहण समाप्त हो जाएगा।
चंद्र ग्रहण के दौरान हमें क्या करना चाहिए?
हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार चंद्र ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता है और यह लोगों को मानसिक, शारीरिक और मनोवैज्ञानिक रूप से प्रभावित करता है। इसलिए लोगों को सलाह दी जाती है कि वे चंद्र ग्रहण के दौरान शांत रहें और आराम करें और खुद को धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियों में शामिल करने का प्रयास करें।
किन राशियों पर दिखेगा असर ?
आपको बता दे की साल का अंतिम चंद्रग्रहण २८ ओक्टुबर को पड़ने जा रहा है। हिन्दू शास्त्र में इस घटना को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्युकी ३० साल बाद शरद पूर्णिमा पर चंद्रग्रहण पड़ने जा रहा है और इस दिन गजकेसरी योग भी है। ऐसे में इस ग्रहण का प्रभाव सभी राशियों के जातको पर पड़नेवाला है लेकिन तीन रशिया ऐसी है जिनके लिए ये ग्रहण फायदेमंद साबित होगा तो जानते है कोनसी है वो राशियां जिनपर ग्रहण का सकारात्मक प्रभाव दिखाई देगा।
वृषभ राशि(TAURUS ZODIAC )
आप लोगो के लिए ये चंद्रग्रहण लाभकारी साबित हो सकता है। इस समय आपकी इच्छाओ की पूर्ति होगी ,योजनाओ में सफलता मिलेगी ,करियर में तरक्की और वेतन में वृद्धि हो सकती है। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी ,साथ ही संतान पक्ष से जुडी शुभ समाचार प्राप्त होंगे।
मिथुन राशि (MITHUN ZODIAC )
चंद्रग्रहण आपके लिए अनुकूल साबित हो सकता है। इस समय आपको तनाव से मुक्ति मिलेगी ,साथ ही धन की सेविंग करने में सफल रहेंगे।करियर से सम्बंधित कई अवसर आपको प्राप्त होंगे ,आपकी इच्छाओ की पूर्ति होगी ,नया वाहन या प्रॉपर्टी खरीद सकते है। साथ ही इस समय आपको मन सम्मान और प्रतिष्ठा की प्राप्ति होगी और आपकी आर्थिक स्थिति सुधरेगी।
कर्क राशि (CANCER ZODIAC )
आप लोगो के लिए चंद्रग्रहण लाभप्रद सिद्ध होगा। नया काम शुरू करने के लिए समय अनुकूल है ,इस अवधि में रुके हुए काम बनेंगे रुका हुवा धन भी मिलेगा।
संतान पक्ष से कोई नए समाँचार मिलेंगे ,लव लाइफ में भी पार्टनर की तलाश पूरी होगी।
ये तो कुछ राशियों की बात हुयी पर चंद्रग्रहण का असर सभी राशियों पर पड़ेगा जिसका प्रभाव अच्छा या बुरा हो सकता है बस हमे कुछ सावधानिया लेनी पड़ेगी।
ग्रहण के दौरान कुछ सावधानिया :
भोजन-पानी ग्रहण करने से पहले उसमें तुलसी डाल लें| चंद्र ग्रहण समाप्त होने के बाद दूध, दही, चावल, दूध, सफेद वस्त्र, सफेद मिठाई, आदि चीजों का दान करें, इससे ग्रहण दोष समाप्त हो जाता है| चंद्र ग्रहण के दौरान शिव चालीसा या हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए|
चंद्रग्रहण से जुडी काफी जानकारी मिल गयी होगी तो आप इन सभी बातो पर ध्यान दे और समय सूतक काल सभी चीजों को ध्यान में रखके काम करे।