Beekeeping Scheme :
Beekeeping Scheme ‘आज हम आपको आज के इस आर्टिकल मधुमक्खी पालन के बारे में बताने वाले है जिस के लिए सरकार मधुमक्खी पालन के लिए 90 प्रतिशत की सब्सिडी दे रही है जिससे आप इस व्यवसाय सुरु कर सकते है।
केंद्र सरकार किसानों की आय में वृद्धि एवं कृषि संबंधित रोजगार को बढ़ावा देने के लिए कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही है। जिनके माध्यम से किसानों को खेती-बाड़ी के साथ-साथ मधुमक्खी पालन के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
देश के कहि राज्य में मधुमक्खी पालन के लिए सामान्य वर्ग के किसानों को 75 प्रतिशत और अन्य सभी वर्ग के किसानों को 90 प्रतिशत तक सब्सिडी केंद्र सरकार की और से प्रदान की जा रही है।
इस योजना का लाभ देश के सभी राज्य के किसान उठा रहे है और अपना अचा खासा व्यवसाय चला रहे है अगर आप भी इस व्यवसाय को करना कहते है तो आज ही इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन करे कैसे आप इस योजना में आवेदन कर सकते है। जाने पूरी जानकारी।
B Keeping और हनी मिशन में दी जाएगी सब्सिडी
कृषि विभाग, केंद्र सरकार द्वारा बी कीपिंग एंड हनी मिशन के तहत मधुमक्खी पालन को संपूर्ण राज्य में सभी वर्गों के किसानों के लिए सरकार ने लागू किया गया है और सरकार द्वारा हनी प्रोसेसिंग, बाटलिंग व हनी टेस्टिंग तथा मधुमक्खी बक्सा पर भी किसानो को सब्सिडी दी जाएगी।
राष्ट्रीय बागवानी मिशन व मुख्यमंत्री बागवानी मिशन योजना के तहत भी सामान्य वर्ग के लिए 75 प्रतिशत और अनुसूचित जाति वर्ग के लिए 90 प्रतिशत तक सब्सिडी और प्रशिक्षण की किसानो को फ्री में दिया जायेंगा।
मधुमक्खी पालन के लिए सरकार देगी मधुमक्खी के बक्से और छत्ते
- केंद्र सरकार ने राज्य में शहद उत्पादन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मधुमक्खी पालन करने वाले किसानों को सब्सिडी देने का फैसला जारी किया है।
- उद्यान निदेशालय कृषि विभाग बी कीपिंग एंड हनी मिशन के तहत किसानों को 75 हजार मधुमक्खी के बक्से और छत्ते प्रदान करने के लिए दिए जा रहे है।
- कृषि विभाग उद्यान निदेशालय मधुमक्खी पालक बक्से के छत्ते में रानी, ड्रोन और वर्कर्स के साथ आठ फ्रेम भी रहेंगी।
- किसानो को सरकार द्वारा शहद निकालने के लिए मधु निष्कासन यंत्र पर भी सब्सिडी भी दी जाएँगी।
- इस योजना में केवल DBT पोर्टल पर पंजीकृत किसान ही आवेदन कर सकते हैं।
- इस में कृषि विभाग, पोर्टल https://dbtagriculture.gov.in/ पर अपने आपको रजिस्टर्ड पर आपको आवेदन करना होंगा।
- सरकार द्वारा शहद उत्पादन को बढ़ाने के लिए हाल ही में उत्पादित शहद की क्वालिटी जांचने के लिए 31 मिनी टेस्टिंग लैब और 4 क्षेत्रीय लैब को मंजूरी दी गई है।
मधुमक्खी पालन से किसानों को होने वाले फायदे
- देश के किसान राज्य में कृषि विभाग के तहत चलाई जा रही है। बी कीपिंग एंड हनी मिशन के तहत मधुमक्खी पालन, कस्टम हायरिंग केंद्र, मधुमक्खी उपकरणों व टेस्टिंग लैब पर सब्सिडी प्राप्त किया जा सकता है।
- मधुमक्खी पालन योजना शहद उत्पादन को बढ़ाने और किसानों की आय बढ़ाने में मददगार साबित हो रही है।
- मधुमक्खी पालन से किसानों को व्यावसायिक तौर पर बहुत फायदे मिलते आ रहे है। जिससे फसल की उपज बढ़ाने में भी मदद मिलेती है।
- आपके जानकारी के लिए आपको बता से की मधुमक्खी प्रकृति के विकास में एक बड़ा योगदान निभाती आ रही है।
- किसान मधुमक्खी पालन करके उससे मिलने वाले शहद को बाजारों में बेचकर अच्छी इनकम कमाते आ रहा है और अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर कर सकते हैं।
मधुमक्खी पालन योजना में आवेदन करने के लिए आवश्यक दस्तावेज
- आवेदन करने के लिए किसान को एलपीसी या जमीन का कैरेंट रसीद
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- बैंक खाता पासबुक की फोटो कॉपी
- किसान निबंधन संख्या तथा लीज का एग्रीमेंट पेपर
बी कीपिंग और हनी मिशन योजना में ऐसे करें आवेदन
- आपको सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट https://horticulture.bihar.gov.in/ पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
- इस योजना के तहत केवल वही किसान आवेदन कर सकते हैं, जो पहले से DBT पोर्टल केंद्र सरकार पर रजिस्टर्ड हैं।
- मधुमक्खी पालन योजना में आवेदन करने के लिए किसान को LPC या जमीन का कैरेंट रसीद, आधार कार्ड, पहचान पत्र, बैंक खाता पासबुक की फोटो कॉपी, किसान निबंधन संख्या तथा लीज का एग्रीमेंट पेपर जैसे दस्तावेजों की आवश्यकता होती है।
- आपको आधिकारिक वेबसाइट पर एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना के विकल्प चुनना होता है।
- आपको मधुमक्खी पालन के लिए आवेदन करें का विकल्प चुनें।
- फॉर्म में मांगी गई सारी जानकारी सही से दर्ज कर फॉर्म को सबमिट करना होगा।
- इस प्रकार योजना में आपका आवेदन सफलतापूर्वक हो जाएगा।
- आप अपने जिले के सहायक निदेशक, उद्यान से संपर्क करके योजना के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है।