Mahila Samman Saving Certificate vs Sukanya Samriddhi Yojana:
मोदी सरकार कई ऐसी योजनाएं हैं जिनका लाभ महिलाओं और लड़कियों को मिलता है। यानि बिटिया की शादी या बेहतर भविष्य के लिए सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) है। इसी तरह, इस साल आम बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने महिलाओं के लिए महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र (MSSC) नाम से एक विशेष बचत योजना की शुरुआत की है।
इन दोनों ही योजनाओं में निवेश पर सरकार ब्याज देती है। आइए जानते हैं कि Sukanya Samriddhi और महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र के बीच बेहतर विकल्प कौन सी योजना है।
इन दोनों योजना में आपके निवेश पर ब्याज दर दिया जाता है। आइए जानते हैं कि सुकन्या समृद्धि और महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र इन दोनों मेसे कोनसी योजना ज्यादा लाभ देती है। यह जानने के लिए आपको इस आर्टिकल को अंत तक पड़ना होगा
सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana)
आपको बता देकि नरेंद्र मोदी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में इस योजना की शुरुआत की थी। यह योजना 10 वर्ष तक की बालिका के लिए है। इसके तहत 250 रुपये में भी बिटिया का अकाउंट खोला जा सकता है। सरकार की ओर से इस पर 8% ब्याज दिया जाता है।
योजना में अधिकतम 1.50 लाख रुपये सालाना निवेश कर सकते हैं। बिटिया की 18 साल की उम्र में पढ़ाई के लिए 50% निकासी की जा सकती है। वहीं, 21 साल की उम्र में शादी के लिए आप इस पैसे को निकल सकते है। आयकर की धारा 80सी के तहत 1.50 लाख रुपये तक की छूट दी जाती है। किसी भी बैंक या डाकघर में इस अकाउंट को खोला जा सकता है।
महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र
इसी साल शुरू की गई इस योजना में निवेश अवधि दो वर्ष है। निवेश सीमा न्यूनतम 1000 रुपये से अधिकतम 2 लाख रुपये तक है। वहीं सरकार 7.5% ब्याज देती है, जो तिमाही आधार पर जमा किया जाता है। पहले वर्ष के बाद खाताधारक्र 40% तक राशि निकाल सकते हैं। मान लीजिए कि खाता अक्टूबर 2023 में खोला गया है, तो अक्टूबर 2025 में मैच्योर हो जाएगा। किसी बैंक या डाकघर में अकाउंट खुल जाएगा।
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