Earning From :
आज हम ऐसे किसान के बारे बताने वाले है जो 3 बीघे (Earning From) से सलाना कमा रहा है वह किसान ऐसी कोशी खेती करता है आइये जानते उस किसान के बारे पूरी जानकारी आगे के आर्टिकल के माध्यम से….
बताया जा रहा है की, किसान का मानना है कि वो बैसमोसमी सब्जियों की खेती करके अच्छी पैदावार लेकर इस से उसको काफी फायदा हो रहा है। साथ ही उस किसान को सब्जी मंडी में भी अच्छा भाव मिल रहा है चलिए जानते है,उस किसान के बारे में…
Earning From Off Season Vegetables
आपको पता ही है की कोई भी इंसान कुछ अलग करके अपनी कुछ पहचान बनाने की सोच रखता है और कुदरत से भी लड़ने की हिम्मत रखते ऐसे लोग न सिर्फ अपनी आर्थिक समस्याओं को मात देते बल्कि दूसरे लोगों के लिए भी प्रेरणास्रोत बन जाते है, जिससे उनकी एक अलग ही पहचान बन जाये।
आज हम ऐसे ही किसने की बात कर रहे है जो हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्र में एक प्रयोगशील किसान कुछ इसी तरह अपने आप को प्रेरणास्रोत साबित कर के बैठा है। वह किसान बेमौसमी सब्जियों का उत्पादन करके अपनी आर्थिकी को सुदृढ़ करने के साथ-साथ लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत बन चुके है।
हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्र के चंबा जिले के संजीव कुमार नामक यह प्रगतिशील किसान अगस्त और सितंबर में मटर और फ़्रांसबीन जैसी सब्जियां उगाकर उन फसल की अच्छी पैदावार लेकर सिर्फ 3 बीघे जमीन से 5 लाख रुपए से ज्यादा सालाना की बचत करते आ रहा है।
व्यापारी खेतों में ही अच्छे दामों में खरीद रहे बेमौसमी सब्जियां
आपको बता दे की चंबा जिले की जलवायु बड़ी विविधता रखती है, ऐसे में यहां बेमौसमी सब्जियों के उत्पादन की अधिक सम्भावनाएं मौजूद है वहा की जमीन में इस लिए वहा के किसान बेमौसमी सब्जियों के उत्पादन बडी मात्रा में ले रहे है।
इस लिए संजीव कुमार न सिर्फ बेमौसमी बाजार में अच्छी कीमत पर सब्जियां बेच रहे है बल्कि, इस कार्य में उनके साथ चंबा जिले के कहि सारे किसान भी उनके सात जुड़े हुये है।
Season Vegetables
संजीव कुमार कहना है की देश के किसान ‘किसान कृषि विभाग’ से बहुमूल्य जानकारी को प्राप्त करके लाभ लिया जा सकता है और साथ ही खुद भी जाम कर खेती में मेहनत करके अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते है।
आपके जानकारी के लिए बता दे की, देश और प्रदेश के अन्य क्षेत्रों के मुकाबले बेमौसमी होने के कारण, व्यापारी किसानों से खेतों तो के उत्पादन से अच्छे दामों में खरीद रहे हैं। किसानो को बेमौसमी सब्जियों से लगभग 4 से 5 लाख रूपये वार्षिक इनकम मिल रही है।
सब्सिडी पर मिले बीज, ट्रैक्टर और दूसरी सुविधाएं
इस बेमौसमी खेती के लिए संजीव कुमार के सामने बहुत सारी समस्याएं थी और उनके ट्रैक्टर और खेती के दूसरे उपकरण नहीं थे, उन्होंने कृषि विभाग की तरफ से प्रदेश में चल रही योजनाओं का लाभ उठाकर अपने जीवन को खुशाल बनाने की ठान ली थी।
संजीव कुमार को विभाग की तरफ से सराहनीय याेगदान मिल गया और उनकी मदद रंग लाई बल्कि वह खुद एक सफल किसान बने अपने साथ औरों को भी जोड़ रहे है। इस योजना के तहत उन्हें कृषि विभाग ने 50 प्रतिशत अनुदान राशि पर ट्रैक्टर मुहैया करवाया गया है।
सब्सिडी पर आपको यह सुविधाएं मिलेंगी
इस बेमौसमी खेती के लिए संजीव कुमार के सामने बहुत सारी समस्याएं थी और उनके ट्रैक्टर और खेती के दूसरे उपकरण नहीं थे, उन्होंने कृषि विभाग की तरफ से प्रदेश में चल रही योजनाओं का लाभ उठाकर अपने जीवन को खुशाल बनाने की ठान ली थी।
संजीव कुमार को विभाग की तरफ से सराहनीय याेगदान मिल गया और उनकी मदद रंग लाई बल्कि वह खुद एक सफल किसान बने अपने साथ औरों को भी जोड़ रहे है। इस योजना के तहत उन्हें कृषि विभाग ने 50 प्रतिशत अनुदान राशि पर ट्रैक्टर मुहैया करवाया गया है।
सब्सिडी पर आपको यह सुविधाएं मिलेंगी
- कृषि विभाग ने उन्हें 50 प्रतिशत अनुदान राशि पर ट्रैक्टर की सुविधाएं दी जाएँगी।
- सिंचाई सुविधा न होने के कारण भू संरक्षण विभाग द्वारा पानी के टैंक के निर्माण के लिए 36 हजार की राशि उपलब्ध कराई जाएँगी।
- पावर ड्रिप उन्हें 80 प्रतिशत अनुदान राशि पर उपलब्ध कराई जाएँगी।
- पिछले कुछ वर्षों में लगभग 2000 हेक्टेयर क्षेत्र पर सूक्ष्म सिंचाई सुविधाएं दी जा चुकी है।
- किसानों के खेतों में 80 प्रतिशत अनुदान पर सूक्ष्म सिंचाई प्रणालियां स्थापित की हैं।
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