GPS TOLL PLAZA :
आप सभी जानते है 60 km के बाद हमे टोल का भुगतान करना पड़ता है। कुछ समय पहले ये भुगतान हमे नकद राशि चुकाकर करना पड़ता था। पर अब वही काम मैन्युअली पर फास्टटैग से किया जाता है जिसे २०१६ में शुरू किया गया था,पर अब नए बदलाव देखने मिलनेवाले है। चुनाव से पहले नितिन गडकरी टोल टैक्स कलेक्शन में बड़ा बदलाव करने की सोच रहे है, जिसके चलते सरकार सभी टोल हटाकर इसे सॅटॅलाइट से जोड़ना चाहती है।
सॅटॅलाइट कलेक्शन GPS TOLL PLAZA से आम जनता का ही फायदा होगा। जिससे लोग का समय बचेगा ,लम्बी कतार की झंझट से छुटकारा मिलेगा ,फास्टटैग का कोई टेंशन भी नहीं रहेगा और आप जितना ट्रेवल करोगे उसके हिसाब से ही टोल देना पड़ेगा।
हालही में हुयी राज्यसभा की बैठक में नितिन गड़करीने सॅटॅलाइट कलेक्शन टोल लागु होने के विषय का जिक्र किया है। जिससे लग रहा है की,अब टोल प्लाजा को लेकर बड़े बदलाव देखने मिल सकते है।
फास्टटैग पर उठे सवाल ?
टोल प्लाजा नकद राशि से हटकर फास्टटैग पर काम करने लगा था। जिसमे आपको पहले फास्टटैग बनाना होता था ,बादमे आपके फास्टैग वॉलेट से पैसे काटके इसका भुगतान होता था,जिसे २०१६ में शुरू किया था।
२०१६ से अबतक ८ करोड़ फास्टैग बने जा चुके है, पर अब सवाल ये है की अगर सॅटॅलाइट टोल प्रणाली शुरू होती है ,तो इतने फास्टटैग का क्या करेंगे ?अब इंतजार है सरकार से मिलनेवाले जवाब का, की आखिर इतने फास्टटैग का क्या होगा ?
सॅटॅलाइट सिस्टम कैसे काम करेगा ?
सॅटॅलाइट सिस्टम शुरू करने से पहले इसका परिक्षण दिल्ली और गुरुग्राम में किया जा चूका है ,जिससे किसी तरह के डाउट की कोई गुंजाईश न हो की ये सिस्टम सही काम कर रहा है या नहीं। प्रत्येक वाहन का ग्लोबल नेविगेशन सॅटॅलाइट सिस्टम से पंजीकरण करने के लिए OBU(ON BOARD UNIT ) रहेगा जो सॅटॅलाइट से जुड़ा रहेगा।
आप सोच रहे होंगे टोल प्लाजा हटा दिया और सॅटॅलाइट टोल कलेक्शन शुरू किया जायेगा तो फास्टटैग से पैसे कैसे काटेंगे तो आपको बता दे सॅटॅलाइट टोल सिस्टम शुरू होने से पैसा आपके बैंक खाते से कट जायेगा।ON BOARD UNITआपके वॉलेट से जुड़ा रहेगा जिसके जरिये आप टोल का भुगतान नए प्रणाली के साथ आसानी से कर पाएंगे।
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